| Online Fraud Kya Hai Isse Kaise bachen | Online Fraud Se Bachen |
| आनलाइन फ्राड से कैसे बचें | आनलाइन फ्राड से सावधान कैसे रहें | आनलाइन फ्राड क्या है | आनलाइन फ्राड से नुकसान |
साथियों नमस्कार आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि किस तरह से आप Online Froud Se Bachen आप अपने को डिजिटली किसी प्रकार से धोखाधड़ी से बचा भी सकेंगे। आप सभी को ऑनलाइन शॉपिंग व विभिन्न प्रकार की ऑनलाइन एक्टिविटी में किस प्रकार सुरक्षित होकर काम करना है,ये आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे,
तो साथियों इस लेख को पूरा और बहुत ध्यान से पढ़िए व समझिएगा —
डिजिटल फ्राड क्या है ? इससे कैसे बचा सकता है –
Online Froud Se Bachen आजकल डिजिटल रूप से सोशल मीडिया,ऑनलाइन शॉपिंग व अन्य प्रकार के फ्राॅड के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं, और इसकी वजह से यूजर्स को भारी नुक़सान उठाना पड़ता है। हालांकि इन ठगों को पकड़ने के लिए पुलिस के पास अलग से सायबर क्राइम सेल है लेकिन फिर भी ऑनलाइन ठगी के मामले कम होने का नाम ही नहीं ले रहे, लोगों में अभी भी जागरुकता व सजगता की कमी है कि किस प्रकार ऑनलाइन लेनदेन करें और दूसरी तरफ आजकल के ऑनलाइन ठग काफी चालाक व शातिर हो गये हैं और उन्होंने आज की जरूरत के हिसाब से अपने आप को अपग्रेड कर लिया है इसलिए वे हर बार फ्राॅड का नया तरीका अपनाते हैं, ऐसे में जरूरत है लोगों के जागरूक होने की और स्वयं को इस ऑनलाइन ठगी से बचाने की आवश्यकता है I
कैसे अपने जाल में फंसाते हैं साइबर ठग ?
फोन पे ,गूगल पे पर किसी लेनदेन की समस्या होने पर लोग तत्काल गूगल पर कस्टमर केयर का नम्बर ढूँढने लगते हैं जबकि गूगल पर अधिकतर नम्बर फर्जी पड़े रहते हैं| भोले-भाले ग्राहकों को फर्जी नंबरों से फोन करते हैं I वे ग्राहकों को फेक ईमेल,मैसेज भेजते हैं ठग दिए गए लिंक में कस्टमर डिटेल्स भरने और अपने अकाउंट की जानकारी अपडेट करने को कहते हैं,लिंक पर क्लिक करने के बाद जो वेबसाइट खुलती है वह बैंक की आधिकारिक वेबसाइट जैसी ही नजर आती है लेकिन होती नहीं है | ग्राहक अपनी गोपनीय जानकारियां पूरे फॉर्म में भर देते हैं फिर ऑनलाइल बैंकिंग फ्रॉड का पूरा खेल शुरू हो जाता है और ठगी का शिकार होने के कगार पर पहुँच जाता है | इसलिए आप बहुत सावधान रहें और Online Froud Se Bachen.
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आखिर कब तक आप अपनी गाढ़ी कमाई इन ठगों को लुटाते रहेंगे ?
आज इस आर्टिकल में हम ऑनलाइन ठगी के तरीके व उससे बचने के उपाय बताएंगे ये पूरा आर्टिकल आप ध्यान से पढ़िए व समझिए, ये आपको ऑनलाइन फ्राॅड्स से बचाने में मददगार साबित होगा।
ऑनलाइन शॉपिंग फ्राॅड जैसा कि आप सभी जानते हैं कि आज कल ऑनलाइन शॉपिंग का जमाना है। कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक, मेकअप,काॅस्मेटिक्स,किचन वेयर, फर्नीचर आदि सबकुछ ऑनलाइन उपलब्ध है। यदि आपको खरीददारी करनी है और आपका मार्केट जाने का मन नहीं है तो आप ऑनलाइन ऑर्डर कर देते हैं, सामान आपके घर पहुंच जाता है बस इसी बात का फायदा कुछ ऑनलाइन ठग उठा लेते हैं।
जब इतने बड़े पैमाने पर ऑनलाइन खरीददारी हो रही है तो ऑनलाइन ठग भला कैसे पीछे रह सकते हैं उनकी तो मौज आती है,वे ऑनलाइन ठगी करके अच्छा पैसा छाप रहे हैं , उनकी नजर आपके पैसे पर है,वे आपके पैसे उड़ानें के लिए रोज नए नए तरीके आजमा रहे हैं लेकिन हमे उनको कामयाब नहीं होने देना है, और सच्चाई ये भी है कि तरीका कोई भी हो उन ऑनलाइन ठगों का, उसका आधार हमेशा आपका लालच ही होता है।
लाटरी व लोकलुभावन योजना का झासा
हमें लगता है कि यदि इतने कम दाम में इतनी अच्छी चीज मिल रही है तो आप तुरंत फ्राॅड के द्वारा भेजे गए लिंक को ओपन कर लेते हैं और आप उस ठग के जाल में फंस जाते हैं। ठग अक्सर आपको फोन करके आपसे कहते हैं कि आपकी लॉटरी लग गई है और कुछ सामान्य प्रक्रिया करके इनाम जीतनें का लोभ के बारे में बताते हैं जैसे किसी लिंक पर क्लिक करें और सारा इनाम जीत लें इत्यादि इसके लिए आपके फोन या इमेल पर ठग एक मैसेज भेजते हैं उनका कहना होता है कि जैसे ही आप लिंक पर क्लिक करेंगे एक ओटीपी डालेंगे और इनाम जीत लेंगे लेकिन जबकि ऐसा नहीं होता है | हमेशा ऐसे किसी भी फोन, कॉल या मैसेज का जवाब कभी न दें जिससे आपके ठगी होनें का शिकार होने का डर बना रहे |
ATM card, Debit card, Credit card, Internet Banking, POS, और UPI द्वारा होने वाले फ्राड
Online Froud Se Bachen आपको बताना चाहेंगे कि भारत में हर साल हजारों की संख्या में ऑनलाइन ठगी के केस दर्ज किए जाते हैं। इनमें ATM card, Debit card, Credit card, Internet Banking, POS, और UPI के जरिए होने वाले फ्राॅड्स शामिल हैं। और इनमें से ज्यादातर फ्राॅड्स फिशिंग अटैक के जरिए किए जाते हैं।
जी हां, फिशिंग ठगी का सबसे पाॅपुलर तरीका है इसमें ठग किसी ओरिजिनल वेबसाइट की नकल कर के हू-ब-हू उसके जैसा ही एक फर्जी वेबसाइट बनाता है,और उसका लिंक आपको एक मैसेज के साथ भेजता है जिसे पढ़कर आप उस लिंक को क्लिक करने से खुद को रोक नहीं पाते। अर्थात उस मैसेज में आपको जबरदस्त लालच दिया जाता है, इतना कि मैसेज पढ़ते ही स्पैम लिंक पर क्लिक कर दें और ठगों द्वारा ठग लिए जाएं।
कैसे होते हैं Spam Link ?
आजकल सभी लोग व्हाट्सऐप इस्तेमाल करते हैं तो आपने देखा होगा कि कई बार आपको इस तरह के लिंक्स आते होंगे जिनमें 1 रु में iPhone x बुक करें, 10 रु में Samsung galaxy S10 खरीदें आदि। इस तरह के मैसेज में स्पैम लिंक्स होते हैं। हम आपको बताना चाहेंगे कि ये सभी लिंक्स फर्जी होते हैं जो आपको ठगों द्वारा डिजाइन किए गए फर्जी वेबपेज पर ले जाती है और वहां आप अपना यूजर नेम, पासवर्ड, मोबाइल नंबर, डेबिट कार्ड डिटेल, इंटरनेट बैंकिंग डिटेल्स आदि डालने लगते हैं और यहीं आप फंस जाते हैं ठगों के जाल में।
कैसी होती हैं फेक वेबसाइट —इंटरनेट उन वेबसाईट्स से भरा है या तो नकली हैं या धोखेबाज हैं। यद्यपि हम जानते हैं कि इंटरनेट हमारी वृद्धि का एक बहुत बड़ा सोर्स है जिस प्रकार आज इंटरनेट के द्वारा हम अपने सभी काम सहजता से कर लेते हैं, जैसे— खरीददारी, बैंकिंग और हमारे आसपास व विदेशों तक के लोगों से बातचीत व जुड़ना, ये सब इंटरनेट के कारण ही संभव हो पाया है। परंतु इसी के साथ सायबर अपराध भी लगातार बढ़ रहे हैं। ये सायबर अपराधी बहुत तंगड़ी प्लानिंग करके आपको लूटते हैं,ये बहुत ज्यादा शातिर होते हैं।
आपका सौभाग्य होगा यदि आप बेसिक ज्ञान से भरपूर व जागरूक रहेंगे तो सायबर ठग आप तक नहीं पहुंच पाएंगे।
नीचे दिए गए कुछ जरूरी तरीकों को अपनाएं व ऑनलाइन ठग से खुद को दूर रखें
1 – वेबसाइट के URL चेक करें —यह जानने के लिए कि आप सही वेबसाइट पर हैं तो सबसे पहले वेबसाइट के URL को ध्यान से देखें क्योंकि URL एक ही वेबसाइट पर हो सकता है नकली वेबसाइट पर या तो URL गायब होगा या किसी और वर्ड्स में जोड़ा गया होगा।
2 – HTTPS चेक करें — ये डोमेन नाम के पहले आता है। यदि आप शाॅपिंग या कोई अन्य वेबसाइट पर विजिट करते हैं तो पहले अपने एड्रेस बार में URL की शुरुआत में ये HTTPS का संकेत है या नहीं, ये जरूर फर्जी वेबसाइट है।
3 – पाॅलिसी पेज चेक करें — अधिकांश व्यवसायों में एक पाॅलिसी होती है,वे चाहते हैं कि आप उनके उत्पादों से खुश रहें, इसलिए वे आपको खर्च करने प्रोत्साहित करने के लिए रिटर्न स्वीकार करेंगे, यदि कोई वेबसाइट कुछ बेंच रही है और आपको उसकी सेवा की शर्तें नहीं मिल रही है तो यह आपको नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए पाॅलिसी पेज चेक करना बहुत जरूरी है।
4 – रिव्यू चेक करना — कोई भी प्रोडक्ट हो इसके बारे में इन्फो और इमेज नजर न आए तो जरूर ये फेक वेबसाइट हो सकती है। यदि आप रिव्यू नहीं देखते हैं तो सावधान रहें,ये फिशिंग साईट हो सकती है जो नकली सामान बेंचती है।
5 – सेफ ब्राउजिंग करें — कई बार क्या होता है कि साॅफ्टवेयर डेवलेपर खुद ब्राउज़र बनाकर ब्रांडेड वेबसाइट की तरह मेक करके अपने ब्राउज़र के बारे में इन्फो पेस्ट करके यूजर की सारी जानकारी देख सकते हैं, आप यदि अपनी निजी आईडी लाॅगइन करते हैं तो वो भी चुरा सकते हैं और ऐसी कंडीशन में आप एक सायबर ठग का शिकार हो सकते हैं। इसलिए केवल स्टैंडर्ड,फेमस व सेफ ब्राउज़र ही यूज करें, जैसे — Chrome, Mozilla, Tor, Brave ,Safari, Internet Explore. आदि ये सभी सेफ व फास्ट हैं। इसके अलावा कुछ और बातें व तरीके हैं जिन पर आपका ध्यान देना बहुत जरूरी है जिसको अपनाकर आप और अधिक जागरूक बन सकते हैं, स्वयं भी बचे रहेंगे व अपने मित्र, परिवार के लोगों को भी बचा सकेंगे इन ऑनलाइन ठगों से |
ऑनलाइन फ्राड से सावधानी व बचाव के उपाय
- हर सोशल अकाउंट का अलग पासवर्ड रखें।
- जितना हो सके फ्री वाईफाई का उपयोग करने से बचें।
- अपनी सभी फाईल्स का बैकअप जरूर बनाएं।
- भूलकर भी किसी के साथ अपनी बैंकिंग डिटेल शेयर न करें।
- कोई भी ऐप डाउनलोड करने से पहले चेक जरूर करें।
- सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार के फेक फ्रेंड से बचें।
- अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
- कस्टमर केयर फ्राॅड से बचें।
- कुकीज़ को डिलीट करना न भूलें।
- अपना किसी भी प्रकार का OTP किसी के साथ भूल से भी शेयर न करें।
कुल मिलाकर आज हमने आपको इस लेख के माध्यम से वो सभी जरूरी तरीके बता दिए हैं,व समझा दिए हैं जो आपको ऑनलाइन फ्राॅड के शिकार होने से बचाते रहेंगे। आप हमारे बताए गए सभी तरीकों का सावधानी पूर्वक उपयोग करें। आप स्वयं भी जागरूक बनें और अपने परिवार,सगे संबंधियों, मित्रों को भी जागरूक करें।
फ्रॉड होने पर सबसे पहले क्या करें ?
Online Froud Se Bachen ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार होने पर पहली जानकारी संबंधित बैंक को तत्काल दें व अपने डेबिट-क्रेडिट कार्ड को तत्काल ब्लॉक कराएं व सारे जरूरी डॉक्यूमेंट बैंक को मुहैया कराएं इसके साथ ही पुलिस में भी लिखित शिकायत दर्ज कराएं और पूरे घटनाक्रम की जानकारी दें जिससे पूरी तरह से ठगी से बचा जा सके |
Froud होने पर तुरंत रिपोर्ट दर्ज कराएँ – https://cybercrime.gov.in/
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